स्वाधीनता दिवस के शुभ अवसर पर आप सब को बधाई ।
स्वाधीनता हमारी आन ,बान, और शान है .हर वर्ष इसी दिन हम झंडे को फहरा कर अपने देश की स्वतंत्रता को बनाये रखने की शपथ लेतेंहैं .इस बात को तो हम सब जानतें हैं की देशभक्तों के अनेक बलिदानों के फलस्वरूप
अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए विवश होना पड़ा .और हमने अपनी मात्री भूमि
के खुले आकाश में अपने तिरंगे झंडे को लहराया ।
लेकिन यह भी सच है की यदि हम जागरूक और सावधान नहीं रहेगें ,स्वार्थ से
घिरे रहेंगे . भाषा,प्रान्त,जाती पांति,के भेद भाव ,नक्सलवाद ,आतंकवाद को
पनपने देंगे तो इस स्वतन्त्रता को बचा न पायेंगे .हमें अपनों से ही ज्यादा
ख़तरा है । देश विरोधी तत्व हमेशा अलगाव की बातें करतें हैं .इससे
टूटेगा और हम फिर पराधीन हो जायेगें .इसलिए जो अलगाव की बातें करतें
हैं उनको देश द्रोही की संज्ञा देनी चाहिए । अंग्रेजों ने इतने दिनों तक शासन
किया उन्होंने यही नीति तो अपनाई " फूट डालो और शासन करो " .इसलिए सबसे पहले तो यह सोचना चाहिए की हम सावधान और सतर्क रहें .आपसी
भाईचारा और एकता बनाये रखें .आने वाली हर समस्या का सकारात्मक समाधान खोजें और प्रगति के पथ पर बढें ।
जागरूक हों ,हो आपस में भाईचारा ।
लहर लहर लहराए तिरंगा झंडा प्यारा ।
कदम कदम हो साथ ,बढ़े यह देश हमारा ।
रग रग में भर जाये ,यही संदेश हमारा ।
शनिवार, 14 अगस्त 2010
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